नई दिल्ली
चंद्रयान-2 की असफलता के बाद भारत अब अगले साल चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च करने वाला है। चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग में थोड़ी देरी का संकेत देते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि इसे 2021 की पहली छमाही में छोड़ा जाएगा। बता दें कि चंद्रयान-2 की असफलता के बाद इसरो ने कहा था कि 2020 के आखिर तक चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जा सकता है।
पीएमओ में राज्य मंत्री सिंह ने अपने लिखित जवाब में बताया कि चंद्रयान-2 से मिले सबक के मद्देनजर चंद्रयान-3 में जरूरी तैयारी की गई है। केंद्रीय मंत्री ने बताया, 'चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग का मोटा-मोटी शेड्यूल 2021 की पहली छमाही है। चंद्रयान-2 के दौरान मिले सबक के आधार पर चंद्रयान-3 की तैयारी की गई है।' इसमें खासतौर पर डिजाइन, क्षमता बढ़ाने सहित अन्य बातों का ध्यान रखा गया है।
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बता दें कि पिछले साल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था। हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर का चांद की सतह पर उतरने से पहले सम्पर्क टूट गया था और वह चांद की सतह से टकराकर नष्ट हो गया था। लैंडर विक्रम के भीतर ही रोवर प्रज्ञान था, जिसे चांद की सतह पर 14 दिनों तक चलना था।
जितेंद्र सिंह ने अपने जवाब में गगनयान प्रोजेक्ट के बार में भी बताया। उन्होंन बताया कि भारत के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन गगनयान प्रोजेक्ट के लिए माइक्रोग्रेविटी से जुड़े 4 बायोलॉजिकल और 2 फीजिकल साइंस एक्सपेरिमेंट किए जा चुके हैं। सिंह ने बताया कि 4 अंतरिक्ष यात्रियों की स्पेस फ्लाइट ट्रेनिंग भी शुरू हो चुकी है।
