YES बैंक को बचाने निकला SBI, जानिए अभी खुद किस हाल में है

 
नई दिल्‍ली 

प्राइवेट सेक्‍टर के यस बैंक के बदहाली की कहानी अब लोगों के सामने आ चुकी है. इस बैंक पर आरबीआई की पाबंदी के बाद अब खाताधारकों में डर का माहौल है. हालांकि, सरकार की ओर से बार-बार भरोसा दिया जा रहा है कि खाताधारकों के पैसे सुरक्षित हैं.

बहरहाल, संकट की इस घड़ी में यस बैंक को देश के सबसे बड़े बैंक SBI का सहारा मिलने की उम्‍मीद है. एसबीआई की ओर से यस बैंक में हिस्‍सेदारी खरीदने के लिए सै‍द्धांतिक मंजूरी भी दे दी गई है. ऐसे में सवाल है कि क्‍या SBI ऐसी हालत में है कि वह यस बैंक को संकट से उबार सके. आइए इसके बारे में विस्‍तार से जानते हैं.

मुनाफा में हुई अच्‍छी बढ़ोतरी

वैसे तो भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की चौथी तिमाही के नतीजे अभी आने वाले हैं लेकिन तीसरी तिमाही में एसबीआई का परफॉर्मेंस काफी बेहतर रहा. साल 2019 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में एसबीआई का मुनाफा एक साल पहले की इसी अवधि से 41 फीसदी बढ़ गया. इस दौरान एसबीआई को 6,797.25 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. एक साल पहले इसी अवधि में उसे 4,823.29 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. वहीं बैंक की आय भी बढ़कर 76,797.91 करोड़ रुपये रही, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 70,311.84 करोड़ रुपये थी.

लेकिन NPA है संदिग्‍ध

हालांकि, एसबीआई के फंसे हुए कर्ज यानी NPA संदिग्‍ध हैं. दरअसल, बीते साल आरबीआई ने जांच के दौरान एसबीआई के कुल ग्रॉस NPA में 12,000 करोड़ रुपये का अंतर पाया है. आरबीआई की ओर से किए गए आंकलन के मुताबिक बीते वित्त वर्ष में एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 1,84,682 करोड़ रुपये था.जबकि एसबीआई ने 1,72,750 करोड़ रुपये का एनपीए दिखाया था.

Noman Khan
Author: Noman Khan

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