रायपुर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में फिर एक बार पीलिया (Jaundice) और डायरिया पैर पसारने लगा है. अक्सर जब लोगों के लिए जानलेवा स्थिति हो जाती है, तब जाकर रायपुर नगर निगम (Raipur Nagar Nigam) और स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की नींद टूटती है. एक बार फिर यही हुआ है. रायपुर के दलदल सिवनी इलाके में 10 से ज्यादा पीलिया के मरीज मिले हैं. वहीं 20 से ज्यादा संदिग्ध मिले हैं. वहीं एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है.
मालूम हो कि दलदल सिवनी वही इलाका है जहां पिछली बार भी पीलिया के कई मरीज पाए गए थे. अब इस इलाके में फिर एक बार फिर पीलिया और डायरिया (Diarrhea) ने दस्तक दी है. यहां 10 पीलिया के मरीज पाए गए है और एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है. इलाके के लोगों का दावा है कि लंबे समय से लोग दूषित पानी पी रहे हैं. अब स्थिति जानलेवा हो गई है.

कहने को रायपुर स्मार्ट सिटी (Raipur Smart City) है लेकिन यहां बजबजाती नालियां,नालियों से होकर जाते पीने के पानी के पाइप लाइन यहां की हकीकत बयां करते हैं और अधिकारियों का दावा कि सफाई रोज होती है. ऐसे में लोगों का गुस्सा बढ़ा तो स्वास्थ्य विभाग के साथ निगम और पीएचई सभी इलाके में सक्रियता दिखा रहे हैं. दलदल सिवनी इलाके की पार्षद सुशीला धीवर का कहना है कि नालियों से गए नल कनेक्शन की वजह से गंदा पानी आ रहा है और लोगों में पीलिया फैला है. कई बार शिकायत करने के बाद निगम के अधिकारी हरकत में आए है.
बता दें कि साल 2019 में भी राजधानी में यही हालात थे. पीलिया की वजह से 7 से ज्यादा मौत हुई थी. बीजेपी पार्षद मृत्युंजय दुबे का आरोप है कि संवेदनशील इलाकों में भी लापरवाही बरती जा रही है, जिससे ये हालात बने हैं. कई दिनों से लोगों को गंदा पानी मिल रहा है.
निगम कमिश्नर सौरभ कुमार का कहना है कि इसका कारण अवैध नल कनेक्शन है जो कि नालियों के नीचे से लिए गए हैं. इधर, निगम कमिश्नर सौरभ कुमार का कहना है कि इसका कारण अवैध नल कनेक्शन है जो कि नालियों के नीचे से लिए गए हैं. ऐसे में उन अवैध कनेक्शनों को काटकर वैध किया जा रहा है और नगर निगम द्वारा व्यवस्थाएं दुरूस्त की जा रही है.
