नई दिल्ली
एक तरफ जहां दुनिया Coronavirus का कहर झेल रही है, वहीं शातिर हैकर्स ने इसे हैकिंग का हथियार बना लिया है। हैकर्स, कोरोना वाइरस का इस्तेमाल यूजर्स के पर्सनल डेटा को चोरी करने के लिए कर रहे हैं। सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट्स ने बताया कि साइबर क्रिमिनल्स यूजर्स को ईमेल भेजकर अपना शिकार बना रहे हैं। इन ईमेल्स में कोरोना वाइरस के बारे में जानकारी देने की बात लिखी होती है, लेकिन असल में यह ईमेल वायरस वाले लिंक को स्मार्टफोन्स और कंप्यूटर में पहुंचाने का काम करता है।
फर्जी ईमेल और अटेचमेंट से हो रहा खेल
कोरोना वायरस से जुड़ा ऐसा ही एक फर्जी ईमेल जापान में भेजा गया था। ईमेल में कोरोना वायरस के तेजी से फैलने की बात कही गई थी और ज्यादा जानकारी पाने के लिए यूजर्स को ईमेल में दिए गए अटैचमेंट को ओपन करने के लिए कहा जा रहा था। कोरोना वायरस के बारे में अधिक जानकारी देने का दावा करने वाले लिंक पर क्लिक करते ही हैकर्स को यूजर्स के कंप्यूटर का पूरा ऐक्सेस मिल जाता है। इन मलीशस ईमेल्स के बारे में IBM X-Force और Kaspersky ने जानकारी दी है। इन वायरस वाले ईमेल्स में 'नोटिफिकेशन' के जापानी शब्द के साथ कोरोना वायरस से जुड़े मामलों के ताजा तारीख वाले अलग-अलग नमूने दिए गए थे ताकि यूजर घबरा कर इसकी गंभीरता को समझ सकें।
पोस्टल अड्रेस के साथ फोन और फैक्स नंबर
ईमेल फर्जी न लगे, इसके लिए हैकर्स इसमें लोगो, पोस्टल अड्रेस के साथ फोन और फैक्स नंबर भी देते हैं। कैस्परस्काई के एक रिसर्चर ने कहा, 'जो कोरोना वायरस आजकल मीडिया में सबसे गर्म मुद्दा बना हुआ है उसे ये शातिर हैकर अपने साइबर क्राइम के नए हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।' रिसर्चर ने आगे बताया कि अभी उनकी टीम ऐसी 10 फाइल्स को ही पहचान सकी है। इन ईमेल्स में क्या लिखा होता है, उसे आप यहां दी गई तस्वीर में देख सकते हैं:

