पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्रावास में आलीराजुपर और बड़वानी के छात्रों में फिर हुआ जमकर विवाद, जमकर लांत-घुंसों से एक-दूसरे को पीटा, डंडे भी चले, 4-5 छात्रों को आई गंभीर चोटे
मौके पर एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी ने पहुंचकर मामले को किया शांत
एबीवीपी एवं जयस के पदाधिकारियों ने भी पहुंचकर छात्रों को शांति बनाए रखने की दी समझाईश
होस्टल खाली करवाकर करीब 300 छात्रों को निजी वाहनो से उनके घरों की ओर भिजवाया गया
झाबुआ। शहर के पाॅलिटेक्निक काॅलेज स्थित छात्रावास में पिछले दिनों जूनियर एवं सीनियर, छात्रों के दो समूहों में देर रात ही हाथापाई और जमकर मारपीट होने के बाद 21 सितंबर, बुधवार को सुबह पुनः इन्हीं छात्रों आलीराजपुर और बड़वानी के विद्यार्थियों में छात्रावास में रहने के दौरान ही आपस में कहासुनी हो गई और उसके बाद दोनो पक्ष में आपस में भिड़ गए। जिसमें चले लांत-घुंसों और डंडों के कारण करीब 5-6 छात्रों को गंभीर चोट भी आई।
काॅलेज प्रशासन की ओर से इसकी सूचना जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को दिए जाने पर मौके पर जिला प्रशासन से एसडीएम एलएन गर्ग, तहसीलदार आषीष राठौर, नायब तहसीलदार जितेन्द्रसिंह सोलंकी के साथ पुलिस प्रशासन से एसडीओपी बबीता बामनिया एवं थाना प्रभारी संजय रावत ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। इस बीच सभी छात्र उग्र विरोध प्रकट करते हुए छात्रावास के बाहर आ गए और प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के समक्ष अत्यधिक मारपीट के चलते रोने लगे और दर्द से कहराने लगे। इसी बीच अभाविप से वैभव जैन, जयस से जिलाध्यक्ष विजय डामोर सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी उपस्थित होकर बड़ी संख्या में काॅलेज के बाहर एकत्रित हुए छात्रों को समझाईश देकर शांत करवाया। बाद वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर काॅलेज प्राचार्य गिरिश गुप्ता ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत पूरा होस्टल खाली करवाते हुए यहां निवासरत करीब 300 छात्रों को निजी वाहनों से उनके घरों की ओर भिजवाया गया।
क्या है पूरा मामला … ?, एसपी ट्रांसफर के बाद निलंबित भी हुए
पूरा मामला इस प्रकार है कि पिछले लंबे समय से पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्रावास में आलीराजपुर और बड़वानी जिले के छात्रों में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों की रैगिंग के नाम पर उनसे अभद्र व्यवहार करना, मारपीट करना, प्रताड़ित करने जैसे कृत्य चल रहे थे। जिसको लेकर जूनियर छात्रों द्वारा कई बार इसकी शिकायत काॅलेज प्राचार्य सहित प्रबंधन को करने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। कई छात्रों ने नाम ना छापने की शर्त पर यह भी बताया कि कई प्राध्यापकों की शह पर दबंगई से सीनियर जूनियर की रैकिंग कर रहे थे। जब बीते दिनों मामला अत्यधिक बढ़ा और पुलिस थाने से कलेक्टर कार्यालय पर भी देर रात पहुंचा। इस बीच एक छात्र द्वारा तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अरविन्द तिवारी से मोबाईल पर चर्चा करने पर एसपी द्वारा छात्र से अमर्यादित और अशोभनीय भाषाा में बात करने का जब आडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। जिसके बाद यह आडियो भोपाल सीएम तक पहुंचने पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा मामले में तत्काल ही संज्ञान लेते हुए पहले एसपी अरविन्द तिवारी को पद से हटाया। बाद आडियो की सत्यता पाए जाने पर उन्हें निलंबित भी कर दिया। साथ ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के पेटलावद में आयोजित जनसभा में साफ तौर पर कहा कि जो भी प्रशासन और पुलिस का अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतेगा, या ठीक से काम नहीं करेगा, तो उसे तत्काल ही नौकरी से हटा दिया जाएगा।
डीआईजी चन्द्रशेखर सोलंकी भी जांच के लिए पहुंचे
ज्ञातव्य रहे कि शासन एवं जिला प्रशासन के निर्देश पर ही मामले में पाॅलिटेक्निक काॅलेज में उच्च अधिकारियों का एक जांच दल गठित किया गया है, जो पूरे मामले की सघनता एवं सूक्ष्मता के साथ जांच कर रहा है। इस बीच 20 सितंबर, मंगलवार को इंदौर रेंज के डीआईजी चन्द्रशेखर सोलंकी भी यहां जांच करने पहुंचे थे, जिन्होंने मुख्य रूप से जिन दो छात्रों के समूह आलीराजुपर और बड़वानी के छात्रों के बीच विवाद और मारपीट हो रहीं है। उनसे अलग-अलग चर्चा की बाद डीआईजी के निर्देश पर ही पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्रावास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई। इस दौरान दोनो छात्रों के समूह ने स्वेच्छा से आपस में माफीनामा लिखावकर शांति के साथ अध्ययन करने एवं रहने हेतु भी सहमति व्यवक्त की।
300 छात्रों को निजी वाहनों से भिजवाया उनके घर
बावजूद इसके 21 सितंबर, बुधवार को सुबह करीब 10 बजे एक बार पुनः पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्रावास में आलीराजपुर और बड़वानी के छात्र कहासुनी के बाद आपस में भिड़़ गए। जमकर हाथापाई, मारपीट और डंडे चले। कुछ छात्र खून-मजार हुए। किसी को आंख, कान तो किसी को हाथ-पैर पर भी गंभीर चोटे आई। सूचना मिलने पर काॅलेज प्राचार्य गिरीश गुप्ता ने तत्काल ही प्रशासन और पुलिस के उक्त वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर मामले को शांत करवाया गया। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर ही वर्तमान में चुनाव के चलते आचार संहिता एवं धारा लागू 144 लागू होने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत पूरा छात्रावास खाली करवाकर करीब 300 छात्रों को निजी वाहनों से प्रदेश के अलग-अलग शहरों और गांवाें में उनके घर भिजवाया गया।
फोटो 004 -ः पाॅलिटेक्निक काॅलेज झाबुआ के छात्रावास के छात्रों को समझाईश देते प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी।
फोटो 005 -ः वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर छात्रों को समझाईश देकर छात्रावास खाली करवाकर अपने-अपने घरों की ओर भिजवाया गया।
फोटो 006 -ः निजी वाहनों के इंतजार में काॅलेज के बाहर बैठे छात्रगण।
