विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति हुई कम
रायपुरिया से सुरेंद्र पवार की रिपोर्ट
रायपुरिया निप ग्रामीण क्षेत्रों की शासकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक बच्चों की उपस्थिति कम हुई उसका कारण यह देखा जा रहा है की इन दिनों माता पिता बाहर मजदूरी करने चले गए हैं कुछ बच्चे उनके साथ चले जाते हैं तो कुछ घर पर रहकर कामकाज करते हैं इस वजह से उनकी पढ़ाई भी अब प्रभावित हो रही है हमने कई स्कूलों शिक्षकों से बात की तो उनका कहना है कि 20 से 25% उपस्थिति कम हो गई है शिक्षक तो विद्यालय पहुंच ते हैं लेकिन बच्चों की उपस्थिति कम हो गई हैं क्योंकि एक से डेढ़ माह बाद अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू हो जाएगी यह बच्चे लगभग 15 दिनों तक अनुपस्थित रहेंगे ऐसे में उनको जो पढ़ाना है उन्हें फिर से तैयारी करनी पड़ेगी कई शिक्षकों ने अपना नाम ना बताते हुए बताया कि ऐसा प्रतिवर्ष जब सोयाबीन फसल की कटाई शुरू होती है तो यही हालत स्कूलों की हो जाती है जो बड़े छात्र हैं वह अपने माता-पिता के काम मैं हाथ बटाने के लिए उनके साथ चले जाते हैं छोटे बच्चे जो रहते वह घरबार एव खेती-बाड़ी मवेशियों की देखभाल करते हैं ।सही मायने में देखा जाये तो जिले में पलायन बेरोजगारी के कारण ही है बाहरी जिलों में या अन्य क्षेत्रों में मजदूरी ज्यादा मिलती है इस कारण यहां के लोग कुछ समय के लिए पलायन कर जाते है अगर सरकारी योजनाओं का किर्यान्वयन सही ठंग से हो तो जिले में पलायन काफी हद तक रुकेगा जिससे उनके बच्चे भी सही तरीके से शिक्षा पा सकेंगे
