पितरों का तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलने के साथ परिवार के सदस्यों को आशीर्वाद प्रदान करते है-ः युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल
सर्व पितृ अमावस्या पर गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी पर सामूहिक श्राद्ध, तर्पण एवं यज्ञ संस्कार हुए संपन्न
झाबुआ। सर्व पितृ अमावस्या वह पुनित दिन होता है, जिस दिन समस्त पितृ अपने वंशजों से तर्पण की इच्छा रखते है। इस दिन परिवार के सदस्यों द्वारा अपने पूर्वजों की आत्म शांति श्रेयार्थ श्राद्ध, पितर, तर्पण एवं पिंडदान आदि करने से जहां उन्हें असीम शांति प्राप्त होती है, वहीं पूर्वज हमे आशीर्वाद भी प्रदान करते है। इस दिन यह सामूहिक रूप से कर्म किए जाने से परिवार में सुख-समृद्धि शांति के साथ पितृ दोष आदि से भी मुक्ति मिलती है।
उक्त प्रेरक विचार 25 सितंबर, रविवार को सर्व पितृ अमावस्या के उपलक्ष में स्थानीय बसंत काॅलोनी स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर आयोजित सामूहिक श्राद्ध, तर्पण एवं यज्ञ संस्कार कार्यक्रम में गायत्री परिवार के युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने कहीं। शक्तिपीठ पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रविवार को सर्व पितृ अमावस्या के उपलक्ष में सुबह 9 से दोपहर 11.30 बजे तक पितरों की शांति निमित्त सामूहिक कार्यक्रम रखा गया।
40 से अधिक सदस्यगण हुए शामिल
जिसमें गायत्री परिवारजनों के साथ शहर के हिन्दू समाज के अन्य लोगों ने भी शामिल होकर पितरों का आव्हान, पूजन, यमदेवता का स्त्रोत पाठ, तर्पण, पिंडदान एवं पंचयज्ञ पश्चात् गायत्री यज्ञ कर विधि-विधान से मंत्रोच्चार कर आहूतियां प्रदान की। जिसमें शहर के 40 से अधिक महिला-पुरूष सहित गायत्री परिजनों ने सहभागिता की। संपूर्ण विधि युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने संपन्न करवाई।
यह रहे मुख्य रूप से उपस्थित
उक्त श्राद्ध कार्यक्रम में मुख्य रूप से राधेश्याम दादुभाई परमार, हरिश सोनी, राघवेन्द्रसिंह सिसौदिया, आनंद भाई, नरेन्द्र पोतदार, मंगला, विनीता मल्लिक, ममता, अरूण अरोरा, प्रशांत, मानसिंह, दिनेश डांगी, विनोद चौहान, दीपक त्रिवेदी, निलेश पुरोहित आदि परिजनों ने श्रद्धापूर्वक पितरों की शांति निमित्त तर्पण किया। इस दौरान गायत्री शक्तिपीठ के प्रमुख ट्रस्टी शंभुसिंह पुरोहित ने आगामी वर्ष में उक्त कार्यक्रम को वृहद रूप से करने का सभी को संकल्प भी दिलवाया। जिस पर सभी ने सहमति भी व्यक्त की।
फोटो 015 -ः गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी पर सामूहिक श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल महिला-पुरूष।
फोटो 016 -ः तर्पण बाद यज्ञ में आहूतियां प्रदान करते हुए गायत्री परिजन।
