स्वामी विवेकानंद की 159वीं जयंती के अवसर पर जन अभियान परिषद् द्वारा पुलिस सामुदायिक भवन में जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
अतिथि एवं वक्ताओं ने विवेकानंदजी के व्यक्तित्व तथा कृतित्व रखे अपने-अपने विचार
झाबुआ। स्वामी विवेकानंदजी की 159वीं जयंती के अवसर पर जन अभियान परिषद झाबुआ द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन सामुदायिक भवन डीआरपी लाइन झाबुआ में 31 जनवरी, मंगलवार दोपहर किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता वरिष्ठ इतिहासकार एवं पूर्व प्राचार्य डाॅ. केके त्रिवेदी एवं आमंत्रित अतिथियों में जिला पंचायत सीईओ अमनकुमार वैष्णव, नगरपालिका झाबुआ अध्यक्ष श्रीमती कविता सिंगार, जन अभियान परिषद् के संभाग समन्वयक अमित शाह तथा जिला समन्वयक भीमसिह डामोर और नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा समन्वयक सुश्री प्रीति पंघाल उपस्थित रहीं।
प्रारंभ में अतिथियों ने मां भारती एवं स्वामी विवेकानंदजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया। अतिथियों का स्वागत जिला समन्वयक भीमसिंह डामोर एवं सभी विकासखंड के ब्लॉक समन्वयकों ने माल्यार्पण एवं बिल्व पत्र का पौधा भेंट कर किया। स्वागत भाषण देते हुए जिला समन्वयक श्री डामोर ने कहा कि जिले में 426 ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियां हैं एवं 6 ब्लॉक में 30 नवांकुर संस्था कार्यरत है, जो मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे सभी अभियान में अपनी हिस्सेदारी कर ग्रामों के विकास को बढ़ावा दे रही है। आपने कहा कि स्वामी विवेकानंदजी से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों पर चलकर युवा जोश के साथ सभी को कार्य करने की आवश्यकता है।
नारियां अपने आपको कमजोर ना समझे
जिला पंचायत सीईओ श्री वैष्णव में कहा कि स्वामीजी ने कहा था शक्ति ही जीवन है और दुर्बलता मृत्यु है, इसलिए हमे अपनी पूर्ण शक्ति के साथ कार्य करना होगा और शासन के सभी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को दिलवाना है। आपने आगामी 4 फरवरी को जंबूरी मैदान, भोपाल में होने वाले मुख्यमंत्री के संबोधन हेतु सभी युवाओं को आने का आव्हान किया। नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती कविता सिंगार ने नारी शक्ति से आव्हान करते हुए सभी को बधाई देते हुए बताया कि आज के समय में महिलाएं खुद को कमजोर न समझें और हर क्षेत्र में आगे बढ़े। इस हेतु शासन और तंत्र आपके साथ है।
विवेकानदंजी ओजस्वी एवं प्रखर वक्ता थे
कार्यशाला के मुख्य वक्ता डाॅ. केके द्विवेदी ने अपने ओजस्वी शब्दों से सभी को संबोधित करते हुए उनके कई संस्मरण सुनाए एवं बताया की शिकागों में दिए गए भाषण में विवेकानंदजी ने अपना प्रारंभ, मेरे प्यारे भाइयों और बहनों से किया, जिससे वहां उपस्थित 7500 लोग भाव विभोर हो गए और लगभग 3 से 4 मिनट तक तालियां बजाते रहे। इसके पीछे प्रमुख बात ये थी की उन्हें आज तक मिस्टर एंड मिसेस से ही संबोधित किया जाता था, जबकि आज पहली बार किसी ने भाई-बहन कह कर उन्हें संबोधित किया। स्वामीजी ने बताया कि मेरा धर्म सार्वभौम, सहिष्णुता से भरा और सहनशील है। हमें सभी वर्गों की सेवा करना है। स्वामीजी महाकालिका के परम भक्त थे और उनके गुरु ने उनसे आत्म साक्षात्कार किया था। उन्होंने युवा वर्ग को आगे आकर देश की संस्कृति और गौरवशाली परंपरा संभालने का कहा।
स्वामीजी एक महामानव, देशभक्त एवं क्रांतिकारी भी थे
जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक अमित शाह ने उपस्थित युवा वर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि आज की मुख्य आवश्यकता है कि सर्वकालिक, सार्वभौमिक विचार हम तक पहुंचे। आप उसे समाज तक पहुंचाएं और नव-जीवन दे। स्वामीजी एक महामानव, देशभक्त एवं क्रांतिकारी भी थे। आपने कहा कि देश की गौरवशाली परंपराओं को जीवन में अंगीकार कर और वसुदेव कुटुंबकम को बढ़ावा देते हुए उसे अंतिम ध्येय तक पहुंचाना स्वामीजी का अंतिम लक्ष्य था। इस दौरान प्रौढ़ शिक्षा केंद्र की अन्नू भाबोर ने भी अपने भीली गीतों से और नवांकुर संस्था अध्यक्ष राजेश बैरागी ने प्रेरणा गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध किया। इस दौरान सभी विकासखंड के नवांकुर, ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति सदस्य, एमएसडब्ल्यू के छात्र-छात्राएं एवं मेंटर्स बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सामुदायिक भवन का पूरा हाल खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम का संचालन रामा विकासखंड के ब्लॉक समन्वयक तेजसिंह देव ने किया एवं आभार थांदला विकासखंड के ब्लॉक समन्वयक वर्षा डोडियार ने माना।
फोटो 001:- संवाद कार्यशाला को संबोधित करते जन अभियान परिषद् के संभाग समन्वयक अमित शाह एवं मंचासीन अतिथिगण।
फोटो 002:- कार्यक्रम में उपस्थित जेएपी के एमएसडब्ल्यू छात्र-छात्राएं तथा मेंटर्स और गणमान्यजन।
