सोमवार को रायपुरिया में ज्ञात इतिहास की पहली बड़ी तपस्या वरिष्ठ पत्रकार भाजपा नेता सुश्रावक अनिल मुथा ने 31 उपवास से मासखमण पूर्ण कर दर्ज कराई ।श्री संघ ने तपस्या की बोली लगाई जिसे उनकी धर्मपत्नी श्रीमती विनीता मुथा ग्यारह उपवास से तो श्रीमती अनीता राका ने धर्म चक्र की बोली लेकर तपस्वी का श्री संघ की ओर से सम्मान किया। पेटलावद श्री संघ से पूर्व उपाध्यक्ष सोहन लाल चाणोदिया मीडिया प्रभारी जितेंद्र मेहता पारस भंडारी अंकित मुरार। धर्मदास गण परिषद की ओर से कोषाध्यक्ष नरेंद्र मोदी अखिल भारतीय धर्मदास युवा संगठन के अध्यक्ष नीरज जैन ने साथ ही श्री संघ अध्यक्ष राहुल भंडारी दीप चंद भंडारी सरदार मल मुणत आदि ने तपस्वी का श्री संघ की ओर से एवं पेटलावद श्री संघ से सम्मान किया,ग्राम पंचायत एवम् पत्रकार संघ की ओर से भी सम्मान किया गया । पूर्व में अनिता जी रांका द्वारा भी 11 उपवास की तपस्या पूर्ण हुई है। आज श्रीमती खुशबू मेहता ने बारह श्रीमती रतन बैन राठौड़ के नौ , गुप्त तपस्वी ने 7 , मुकेश मुथा ने तीन उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किए।
श्री संघ में आज आचार्य श्री आनंद ऋषि जी महाराज साहब की जन्म जयंती भी मनाई गई। इस अवसर पर साध्वी श्री अनुपम शीला जी ने कहा अहमदनगर आनंद बाबा की नगरी के नाम से प्रसिद्ध हो गया ।आनंद ऋषि जी ने बचपन में ही अपना लक्ष्य तय कर लिया था ।बहुत ही जल्दी संयम अंगीकार कर अपनी ज्ञान संपदा से शीघ्र ही श्रमण संघ के आचार्य बन गए। आप के नेतृत्व में श्रमण संघ का सूर्य पूरे देश में चमकने लगा। जन्म सफल बनाने वाले को ही दुनिया में याद किया जाता है। आंनद ऋषि जी ने अपना जीवन सफल और सार्थक किया और वे हमारे लिए यादगार बन गए। साध्वी श्री ने चर्चा में बताया कि तपस्वी अनिल जी ने पूरी तपस्या समता भाव से पुर्ण कि और कोई आडंबर नहीं किया नहीं कोई आयोजन किया। उनकी तपस्या प्रेरणादाई रही ।साध्वी श्री नेहा जी ने कहा जो प्राणी नीचे देख कर चलता है वह स्वयं अपनी और जीवो की रक्षा करता है। आज के आयोजन में गुप्त तपस्या के पचखांण व आसपास के श्री संघ से भी कई साधक साधिका उपस्थित थे । श्रीमती खुशबू मुथा एवं श्रीमती श्वेता मुथाने भी अपना उद्बोधन दिया अभिनंदन पत्र का वाचन धर्मदास गण युवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनीरज मुणत ने किया आज की प्रभावना अनिल जी मुथा परिवार एवम् अरविंद जी संचेती की ओर से वितरित की गई। संचालन श्री संजय जी मुथा ने किया।

